राजकीय स्कूलों में 25 प्रतिशत विद्यार्थी पहुंचे कक्षा लगाने, निजी स्कूल नहीं खुले

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केंद्र की गाइडलाइन के अनुसार सोमवार को 9वीं से 12वीं कक्षा तक स्कूल खोले गए। लेकिन राजकीय स्कूल में ही 20 से 25 प्रतिशत ही विद्यार्थी अाए। कोचिंग सेंटरों पर भी विद्यार्थियों की संख्या काफी कम रही। विद्यार्थियों का अभी शिक्षण संस्थानों में कम आने का मुख्य कारण दिवाली के त्योहार नजदीक आना है। इसके अलावा अभी लोगों में काेरोना का डर बना हुआ है।

इसलिए अभिभावक बच्चों को भेजने में डरे हुए हैं। कोरोना के इस दौर में विद्यार्थी की पढ़ाई ऑनलाइन चल रही है। विद्यार्थियों को घर बैठे ही ऑनलाइन शिक्षा प्राइवेट व सरकारी स्कूलों द्वारा भेजी जा रही है। कोरोना के चलते कई माह बाद रेलवे रोड पर राजकीय आदर्श कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में छात्राएं स्कूलों में पहुंचीं। छात्रा स्वाती, नेहा व अंजलि ने बताया कि अभिभावक की सहमति से स्कूल में प्रवेश किया है सोशल डिस्टेसिंग व मास्क का ध्यान रखकर अपनी पढ़ाई को पूरा करेंगे। स्कूल के प्रिंसिपल मोहिंद्र सिंह नरवाल ने बताया कि स्कूलों में उनी विद्यार्थियों की एंट्री की जा रही है जो लिखित में अभिभावकों से स्कूल आने की सहमति दी गई है। वहीं, प्राइवेट स्कूल नहीं खुले।

कॉलेजों में 15 नवंबर तक ऑनलाइन ही चलेगी कक्षाएं

दयाल सिंह कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. चंद्रशेखर भारद्वाज ने बताया कि कॉलेजों और यूनिवर्सिटी को खोलने के लिए उच्चतर शिक्षा विभाग ने सोमवार को पत्र जारी कर दिया है। जिसके अनुसार अभी कॉलेजों में आॉनलाइन पढ़ाई शुरू करनी होगी। 16 नवंबर से कॉलेज भी खोले जा सकते है।

कॉलेजों व विद्यार्थी इन बातों का रखेगें विशेष ध्यान

कॉलेजों में विद्यार्थी इन बातों का रखेगें विशेष ध्यान सभी छात्र और कर्मचारी एक चेहरा पहने हुए कॉलेजों में पहुंचने के लिए मास्क पहनना अनिवार्य होगा। खासकर जब कक्षा में, या समूहों में कोई भी गतिविधि करना, प्रयोगशालाओं में या पुस्तकालयों में पढ़ना। छात्रों को यह सुनिश्चित करना और जागरुक करना कि वे दूसरों के मास्क को आदान-प्रदान न करे। इसके अलावा अन्य सावाधानियां बरतने की जरूरत है।

बसताड़ा के महिला कॉलेज में पांच नवंबर तक चलेगी दाखिला प्रक्रिया

जीटी रोड बसताड़ा स्थित महिला कॉलेज में दाखिला प्रक्रिया जारी है। छात्राएं कॉलेज पहुंचकर दाखिला ले रही हैं। कॉलेज प्रबंधन के मुताबिक, पिछले सत्र के मुकाबले इस बार दाखिलों की संख्या में इजाफा हुआ है। छात्राएं आने वाली पांच नवंबर तक प्रवेश ले सकती हैं। एडमिशन लेने के लिए छात्राओं को कॉलेज में आना होगा। जहां पर उनके शैक्षणिक दस्तावेज चेक किए जाएंगे।
बसताड़ा में महिला कॉलेज बनने के बाद आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों की बेटियां का रूझान कॉलेज की ओर बढ़ा है। कॉलेज के कार्यकारी प्रिंसिपल नरेश कुमार ने बताया कि छात्राओं की संख्या भी पिछले साल के मुकाबले पचास प्रतिशत बढ़ी है। कॉलेज प्रबंधन से प्राप्त आंकड़ों के मुताबिक, अब तक लगभग 100 से ज्यादा छात्राओं ने विभिन्न स्ट्रीम में एडमिशन लिया है। बीए में 65 छात्राओं, बीकॉम में 30 तथा बीएससी प्रथम वर्ष में 10 छात्राओं के एडमिशन हो चुके हैं।

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25 percent students reached state schools, private schools did not open

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