मोबाइल टीम करेगी कोविड के टेस्ट, सीएचसी, पीएचसी में भी शिक्षक व कर्मी करवा सकेंगे जांच

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21 सितंबर से नौवीं व बारहवीं कक्षा के सरकारी व प्राइवेट स्कूल खोलने की तैयारी के संबंध में शुक्रवार को सीटीएम होशियार सिंह ने बैठक ली। इसमें शिक्षा व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के अलावा प्राइवेट स्कूल संचालक शामिल हुए। बैठक में स्कूल खोलने की तैयारी की समीक्षा की गई। स्कूल संचालकों ने कहा की शिक्षक अस्पताल में नहीं आ पाएंगे, इसलिए स्कूलों में ही चिकित्सकों को भेजकर कोविड-19 के टेस्ट कराए जाए।

हर स्कूल में टीम भेजी जाए। इस पर सीएमओ डॉ. मनजीत सिंह ने बताया कि हर स्कूल में टीम भेजना संभव नहीं है। स्वास्थ्य विभाग की मोबाइल टीम घूमती रहती है, इसलिए 3 से 5 स्कूलों के शिक्षकों को एक जगह एकत्र किया जाए। वहां उनके सैंपल कराए जाएंगे। इसकी लिस्ट निजी स्कूल संचालक स्वास्थ्य विभाग को देंगे। बैठक में स्कूल बस चलाने को लेकर भी चर्चा हुई, जिसमें डीईओ मदन चोपड़ा ने निजी स्कूल संचालकों से अभी बस न चलाने की बात कही।

स्कूल संचालकों का तर्क था कि छात्र खास तौर पर छात्राएं गांवों से आती हैं। यदि वह बस या अन्य प्राइवेट व्हीकल पर आएंगे तो कोरोना संक्रमण का ज्यादा रिस्क रहेगा। स्कूल से जाने के बाद बच्चा कहां-कहां से होता हुआ जाएगा, यह रिस्क रहेगा, लेकिन स्कूल बस से बच्चा सीधा घर ही जाएगा। ऐसे में संक्रमण का रिस्क कम रहेगा।

इस पर सीटीएम होशियार सिंह ने कहा कि स्कूल संचालक बस चला सकते हैं, लेकिन एक सीट पर एक बच्चे को बैठाया जाएगा। इसकी पूरी जिम्मेदारी स्कूलों की रहेगी। थर्मल स्केनर हर बस में रहेगा और स्क्रीनिंग के बाद ही बच्चों को बस में बैठाया जाएगा। बस को सुबह व शाम सेनिटाइज किया जाए। कक्षा 9वीं से 12वीं तक के विद्यार्थी सुबह 8 बजे से दोपहर बाद 2 बजकर 30 मिनट तक स्कूलों में आकर अध्यापकों से पढ़ाई संबंधित सलाह ले सकेंगे।

सीएचसी, पीएचसी पर भी टेस्ट करा सकेेंगे शिक्षक

सीएमओ डॉ. मनजीत सिंह ने बताया कि सीएचसी व पीएचसी में जाकर भी शिक्षक टेस्ट कराएंगे। उन्होंने सभी स्कूल मुखियाओं/संचालकों को निर्देश दिए कि वे कुर्सी, मेज व अन्य उन सभी चीजों को सैनिटाइज करवाएं जिनकों विद्यार्थियों द्वारा छूने की संभावना है।

स्कूल खोलने को लेकर तैयारी पूरी

स्कूल खोलने को लेकर उनकी पूरी तैयारी हैं। अधिकतर बड़े स्कूलों में शिक्षकों के कोविड टेस्ट हो चुके हैं। जहां नहीं हुए हैं, वह भी करवा दिए जाएंगे। कोविड-19 नियमों का पूरा पालन किया जाएगा। एसओपी का पूरा ध्यान रखा जाएगा। स्वास्थ्य अधिकारियों ने भी आश्वासन दिया है कि जितने टेस्ट की डिमांड होगी, वह कर देंगे। -सुभाष श्योराण, निदेशक, इंडस पब्लिक स्कूल

विद्यार्थियों को जबरदस्ती न बुलाएं

विद्यार्थियों को जबरदस्ती स्कूलों में आने के लिए न कहें। जो विद्यार्थी स्कूल में आना चाहता है तो इसके लिए उनके अभिभावकों की सहमति अति आवश्यक है। विभाग हर रोज कम से कम 20 अभिभावकों से अवश्य संपर्क करेगा ताकि उन्हें किसी प्रकार की कोई समस्या तो नहीं है। अगर कोई बढ़िया सुझाव भी मिलता है तो उसे भी लागू करने के लिए विभाग द्वारा विचार-विमर्श किया जाएगा। -मदन चोपड़ा,डीईओ

जींद. निजी स्कूल संचालकों, शिक्षा और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश देते सीटीएम होशियार सिंह।