नगर परिषद रेवाड़ी के प्रधान पद के लिए भारतीय जनता पार्टी ने देर रात उम्मीदवार की घोषणा कर दी। पार्टी ने पूर्व पार्षद पूनम यादव को प्रत्याशी बनाया है। वर्ष 2013 में वार्ड नंबर 21 से चुनाव जीतकर पूनम यादव पार्षद बनी थी। उनके पति बलजीत यादव भी 2005 से 2010 तक पार्षद रहे हैं।
भाजपा की टिकट की घोषणा होते ही कांग्रेस के प्रत्याशी की घोषणा का अब सभी को इंतजार है। सोमवार को साफ हो जाएगा कि कांग्रेस नए चेहरे को प्रधानी के लिए चुनावी मैदान में उतारती है तो या फिर किसी पुराने कार्यकर्ता पर विश्वास जताती है। सोमवार को भाजपा वार्डों के सदस्यों की सूची भी जारी कर सकती है।
खुद सक्रिय, राव खेमे की विरोधी भी नहीं
राजनीतिक जानकारों के अनुसार पूनम यादव को टिकट मिलने की दो बड़ी वजह रही हैं। पहली ये कि उन पर भाजपा की अंदरूनी खींचतान में किसी गुट की मुहर नहीं है। स्थानीय सांसद एवं केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह के कट्टर समर्थकों में नहीं, मगर उनके विरोध में भी नहीं है। जिलाध्यक्ष या कार्यकारिणी में भी पूनम यादव के नाम का विरोध करने वाला नहीं है। दूसरा, भाजपा पदाधिकारी पत्नियों के लिए टिकट मांग रहे थे, जबकि पूर्व पार्षद बलजीत यादव की पत्नी पूनम यादव 2013 से खुद पार्षद होने के चलते सक्रिय रही हैं। इसी का फायदा उन्हें मिला।
कांग्रेस कैप्टन के भाई की पुत्रवधु बिक्रम प्रत्याशी संभव
कैप्टन हाउस से पहले ही स्पष्ट कर दिया गया था कि कांग्रेस की उम्मीदवार उनके परिवार की नजदीकी ही होगी। पहले विधायक चिरंजीव की पत्नी अनुष्का के नाम की चर्चा तेज हुई तथा बाद में कैप्टन की पत्नी शकुंतला यादव तक का नाम सामने आया। हालांकि पार्टी सूत्रों की मानें तो चुनाव समिति और वरिष्ठ पदाधिकारियों से विचार विमर्श के बाद कैप्टन के बड़े भाई राव अजीत सिंह के बेटे रणविजय की पत्नी बिक्रम यादव चुनावी मैदान में उतर सकती हैं।
मॉडल टाउन में रहने के चलते उनका वोट भी नप में है। हालांकि दूसरा नाम पार्टी कार्यकर्ता तरुण कोसलिया की पत्नी सुनीता का भी है। सोमवार को इस पर स्थिति स्पष्ट होगी। इधर, पूर्व जिला प्रमुख सतीश यादव की पत्नी उपमा यादव भी मैदान में उतरने के लिए ताल ठोक चुकी हैं।
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