बुधवार को एक बार फिर करीब साढ़े 6 घंटे तक जीटी रोड पर हरियाणा-पंजाब बॉर्डर सील करना पड़ा। 3 कृषि विधेयकों के विरोध में आत्म नगर लुधियाना से लाेक इंसाफ पार्टी विधायक सिमरजीत सिंह बैंस, भाई बलविंद्र सिंह बैंस व समर्थकों के साथ दिल्ली के लिए निकले थे। उनके बॉर्डर पर पहुंचने से पहले ही अम्बाला के डीएम अशोक शर्मा ने धारा 144 लागू कर दी। करीब 12 बजे से घग्गर पुल पर बेरिकेड्स लगाकर बॉर्डर सील कर दिया गया।
पंजाब के प्रदर्शनकारी दोपहर बाद 3.15 बजे बॉर्डर पर पहुंचे। हरियाणा पुलिस ने पानी की बौछारें कर उन्हें रोके रखा। इस दौरान वाटर कैनन में 70 हजार लीटर पानी खर्च हुआ। सड़क से बॉर्डर पार न करने पर बैंस बंधुओं ने घग्गर नदी से प्रवेश करना चाहा लेकिन पुलिस ने रोक दिया। आखिर में 6.30 बजे बैंस बंधु यह कहकर लौट गए कि दिल्ली जाने के और भी रास्ते हैं।
नई रणनीति के साथ वहां जाकर दिखाएंगे। 25 सितंबर को भारत बंद में किसानों को समर्थन देंगे। इससे पहले रविवार को पंजाब के यूथ कांग्रेसियों ने ऐसे ही दिल्ली कूच करने के लिए अम्बाला-चंडीगढ़ रोड पर पंजाब बॉर्डर के पास हंगामा किया था। उस दिन भी करीब 3 घंटे तक हरियाणा पुलिस वाटर कैनन से बौछारें करती रही।
वाटर केनन से गिरते-गिरते बचे डीएसपी रामकुमार
जब प्रदर्शनकारी बार-बार कहने पर भी पीछे नहीं हट रहे थे तो कैंट डीएसपी रामकुमार वाटर केनन गाड़ी पर चढ़ गए। इसी बीच वाटर केनन का पाइप बंद हो गया। वह नहीं चला। डीएसपी फायर ब्रिगेड के पाइप से उनके ऊपर पानी की बौछारें करने लगे, लेकिन इसी बीच वाटर केनन मशीन चल गई और पानी के प्रेशर के कारण डीएसपी गाड़ी पर ही गिर पड़े। प्रदर्शनकारियों ने खूब हूटिंग की, मगर डीएसपी डटे रहे।