झज्जर के सिंचाई विभाग के कार्यकारी अभियंता (एक्सईएन) काे अलाॅट हुई काेठी दूसरे अधिकारी काे देना महंगा पड़ गया। विभागीय जांच के बाद एक्सईएन पर 16 महीने के किराए 16 हजार पर 500 गुना जुर्माना लगाकर 80 लाख रुपए की रिकवरी निकाली गई है। वहीं, सरकारी ड्राइवर होने के बावजूद डीसी रेट पर ड्राइवर रखने के आरोप में भी करीब डेढ़ लाख रुपए की अन्य आर्थिक अनियमितताओं की रिकवरी निकाली गई है।
अधीक्षक अभियंता (एसई) ने रिपाेर्ट बनाकर इंजीनियर इन चीफ को भेजी गई है। एक्सईएन अजेंद्र सुहाग के तीनों नंबरों पर कॉल कर उनका पक्ष जानना चाहा, लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया। उनके कार्यालय पर भी कुंडी लगी है। इस पूरे मामले की शिकायत सिंचाई विभाग के ड्राइवरों की ओर से सामूहिक रूप से सीएम को की गई थी। ड्राइवरों ने आरोप लगाया था कि झज्जर के एक्सईएन अजेंद्र सुहाग ने तलाव रोड स्थित सिंचाई विभाग की यमुना एनक्लेव कॉलोनी में बड़ी कोठी को अलाॅट कराकर अपने विभाग की एक अधीनस्थ महिला अधिकारी को दिया हुआ है।
आरोप है कि एक्सईएन स्वयं अपनी सरकारी जीप से अपने निवास स्थान गुड़गांव चले जाते हैं। सरकारी ड्राइवर होने के बावजूद उन्होंने डीसी रेट पर अपने लिए ड्राइवर रखा हुआ है। विभाग की और से आई शिकायत पर पहले तो जांच अधिकारियों ने लीपापोती करने का प्रयास किया। अब जब सरकार की ओर से जांच रिपोर्ट मांगी गई, तब सिंचाई विभाग के अधीक्षक अभियंता ने एक विस्तृत जांच कर 80 लाख रुपए की रिकवरी निकाली। ड्राइवरों का आरोप है कि शिकायत करने की वजह से उन्हें प्रताड़ित भी किया गया। एक ड्राइवर को तो थाने तक जाना पड़ा। 21 जुलाई को इस विवाद में ड्राइवरों ने हंगामा भी किया था।
इंजीनियर इन चीफ को भेजी गई रिपोर्ट
एक्सईएन अजेंद्र सुहाग द्वारा सरकारी कोठी किसी दूसरे को दिए जाने के संबंध में जांच कर साक्ष्य जुटाए गए हैं। इनके रेस्ट हाउस में रुकने व अपने निवास स्थान गुड़गांव चले जाने संबंधी कई प्रकार की अनियमितताएं के संबंध में इंजीनियर इन चीफ को जांच रिपोर्ट भेज दी गई है। -रमेशचंद्र, अधीक्षक अभियंता व चेयरमैन जांच कमेटी, झज्जर