महिला प्रताड़ना के मामले में दोनों पक्षों के बीच समझौता के बाद भी पुलिस लगातार छह महीने तक पीड़ित महिला से फीडबैक लेगी कि परिवार के सदस्य उसे कही अब भी प्रताड़ित तो नहीं कर रहे हैं। इसके लिए एसपी संगीता कालिया के निर्देश पर महिला थाना में एक स्पेशल फीडबैक टीम नियुक्त की है। टीम हर महीने छह माह तक शिकायतकर्ता पीड़ित महिला के घर पहुंचकर उससे फीडबैक लेगी और महिला ने पुलिस से आरोपी पक्ष के सदस्यों की तरफ से फिर से उसके साथ गलत व्यवहार करने की शिकायत की तो उक्त आरोपी के खिलाफ पुलिस एफआईआर दर्ज कर सख्त से सख्त कार्रवाई करेगी।
पीड़ित महिलाओं की तरफ महिला थाने में उसके विरोध हुए दुर्व्यवहार, अत्याचार या अन्य किसी परेशानी के चलते शिकायत दी जाती है। जिस पर दोनों पक्षों को महिला पुलिस थाना में बुलाकर पुलिस उनकी काउंसलिंग करवाई जाती है। आरोप पक्ष काउंसलिंग होने के बाद पीड़ित पक्ष को समझौता कर अपने साथ ले जाते हैं लेकिन कुछ समय बाद पीड़ित महिला दोबारा शिकायत लेकर महिला थाने में आती है। जिसमें महिला के साथ फिर से दुर्व्यवहार या अन्य किसी बात पर परेशान करने की बात सामने आती है।
एसपी संगीता कालिया ने पिछले 4 महीने में आए ऐसे मामलों का अवलोकन करके के बाद इसे गंभीरता से लेते हुए महिला पुलिस थाना में स्पेशल फीडबैक टीम नियुक्त की है। अब आरोपी के पीड़ित महिला से समझौता करने से काम नहीं चलेगा। पुलिस अब पीड़िता से लगातार 6 महीने तक हर माह फीडबैक लेगी कि उतरवादी पक्ष पीड़ित महिला को ठीक प्रकार से रख रहा है या नहीं।
261 दिन में 498 मामले आए सामने
इस साल 18 सितंबर तक पुलिस के सामने महिला प्रताड़ना से संबंधित 498 मामले सामने आए है। इनमें से 32 मामलों में दोनों पक्षों में काउंसलिंग के बाद भी समझौते न होने पर आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई। 300 से ज्यादा मामलों में समझौते हो चुके है और शेष मामलों पर कार्रवाई चल रही है।