ई-गिरदावरी करते हुए वास्तविक डेटा अपलोड करें

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डीसी जितेंद्र कुमार ने कहा कि किसानों द्वारा मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल पर किए गए पंजीकरण, पटवारियों द्वारा की गई ई-गिरदावरी तथा हरसेक से हुई सैटेलाइट गिरदावरी की रिपोर्ट के तहत मिलान ठीक न मिलने की सूरत में हरियाणा सरकार की ओर से अधिकारियों के माध्यम से वेरिफिकेशन प्रभावी ढंग से सुनिश्चित किया जा रहा है। ऐसे में उनके साथ अन्य संबंधित अधिकारियों द्वारा सरकार द्वारा चिह्नित किए गए गांवों में वेरिफिकेशन की जा रही है।

उपायुक्त ने अलॉट किए गए गांव मातनहेल, दूबलधन व सिवाना में पहुंचकर वस्तु स्थिति की जांच की। वेरिफिकेशन प्रक्रिया के दौरान डीसी जितेंद्र कुमार ने कहा कि मेरी फल-मेरा ब्यौरा पार्टल पर किसी भी रूप से गलत पंजीकरण जिनके द्वारा कराया गया है। उन पर प्रशासन की पैनी नजर है। सरकार की ओर से नियुक्त अधिकारियों द्वारा वेरिफिकेशन करते हुए वास्तविक स्थिति की पूरी लिस्ट बनाई गई है। ताकि बाहरी अन्य राज्यों से जिले के खरीद केंद्रों पर कोई अवैध तरीके से फसल बेचने न आ पाए।

यदि कोई फिर भी ऐसा करता है। प्रशासन की ओर से तुरंत प्रभाव से कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। डीसी ने गांव मातनहेल में किसानों, पटवारियों व संबंधित अधिकारियों से बातचीत करते हुए कहा कि किसान की फसल का सरकार की ओर से हर दाना खरीदा जाएगा।

यदि कोई व्यक्ति अवैध तरीके से बाहरी फसल का स्टाक खरीद केंद्रों पर लाता है। तो प्रशासन संबंधित पर कार्रवाई करने में कतई देरी नहीं करेगा। उन्होंने बताया कि जिले में एडीसी, चारों एसडीएम, सीटीएम, सीईओ जिप, डीआरओ सहित तहसीलदार व नायब तहसीलदार द्वारा चिह्नित गांवों की वेरिफिकेशन की जा रही है और सही वास्तविक डेटा पोर्टल पर अपलोढ़ किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आगामी एक अक्टूबर से शुरू हो रही बाजरे की फसल की खरीद प्रक्रिया पूरी तरह से सही ढंग से हो जाएगी क्योंकि सरकार की ओर से अब वेरिफिकेशन प्रभावी ढंग से किया जा रहा है।